दिल्ली के चुनावी दंगल में इस बार राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी तो हैं ही खेल के मैदान में जलवा दिखा चुके खिलाड़ी भी ताल ठोक रहे हैं। कलाकार से सांसद बनने वाले नेता भी हैं तो संगीत के सुरों से सियासत को साधने वाले गायक भी हैं। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर कौन है उम्मीदवार और कितनी कड़ी टक्कर किसे-किससे मिल रही है।
देश की राजधानी दिल्ली जिसने अपने हर दीवार, हर मिनार हर दरवाज़े हर मेहराब पर इतिहास को संजोया हुआ है। जिसकी हर ऐतिहासिक ईमारतें सैनानियों को ललचाती है तो नेताओं में सत्ता का ख्वाब भी जगाती है। जिस जमीं से देश के सुल्तान का संबोधन होता है। उसी दिल्ली के तख्त पर जनता किसे बिठाना चाहती है इसके लिए पूरे देश में चुनाव हो रहे हैं। लेकिन ख़ुद दिल्ली की जनता किस-किस को संसद भेजना चाहती है और दिल्ली के दिल में क्या है? ये एक बड़ा सवाल है। 12 मई को छठे चरण का मतदान होना है। छठे चरण के रण में इस बार दिल्ली की जनता भी अपना फैसला सुनाने वाली है कि वो किसके साथ है। दिल्ली में कुल 164 उम्मीदवार मैदान में उतर चुके हैं। जिन्होंने जनता के सामने अपने वादों-इरादों का पिटारा खोल दिया है। लेकिन असल मुकाबला तो सिर्फ तीन पार्टियों के बीच ही है। दिल्ली के चुनावी दंगल में इस बार राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी तो हैं ही खेल के मैदान में जलवा दिखा चुके खिलाड़ी भी ताल ठोक रहे हैं। कलाकार से सांसद बनने वाले नेता भी हैं तो संगीत के सुरों से सियासत को साधने वाले गायक भी हैं। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर कौन है उम्मीदवार और कितनी कड़ी टक्कर किसे-किससे मिल रही है। साथ ही इस बार भाजपा सात सीटें फिर से जीतने में कामयाब हो पाएगी, या फिर कांग्रेस कोई चुनौती पेश कर पाएगी ये वो सवाल है जो हर किसी के जेहन में होगा। आइए जानते हैं दिल्ली की सातों सीटों का सियासी समीकरण।
दिल्ली में एक तरफ भाजपा क्लीन स्वीप कर फिर से एक बार मोदी सरकार के नारे के साथ दिल्ली के सल्तनत पर काबिज होना चाह रही है तो कांग्रेस अपनी खोयी हुई जमीन को फिर से दिल्ली के जरिये जिंदा करने की चाह लिए मैदान में है। पंजाब और गोवा में मनमाफिक सफलता न मिलने के बाद आम आदमी पार्टी भी अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले नई संभावना तलाश रही है। राजधानी के रणक्षेत्र में 12 मई को मतदान होना है। जिसके बाद ही पता चल सकेगा कि दिल्ली के दिल में क्या है और दिल्ली के जनता के दर्द का हमदर्द कौन बन पाता है।